अगर आप मधुमेह (डायबिटीज) से ग्रसित हैं, तो खाएं ये चीजें

मधुमेह (डायबिटीज) की घटनाएं काफी बढ चुकी हैं और यह धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है। मधुमेह का शिकार बड़े तो होते ही हैं परन्तु आजकल छोटे-छोटे बच्चे भी हो रहे हैं। डायबिटीज में हमें सलाह दी जाती है की हमें खाने में सावधानी बरतनी चाहिये। लेकिन डायबिटीज हमें क्या खाना चाहिये इसकी जानकारी भी बहुत जरूरी है और यही जानकारी इस आर्टिकल में बताई गई है।

मधुमेह में खाएं ये चीजें:-

  • फाइबर युक्त भोजन- मधुमेह (डायबिटीज) में ज्यादा फाइबर युक्त भोजन -जैसे छिलके सहित पूरी तरह से बनी हुई गेहूं की रोटी, जई इत्यादि जैसे जटिल कार्बोहाइड्रेट शामिल होनी चाहिये।
  • मधुमेह में आहार- मधुमेह रोगियों के लिए आहार के अंतर्गत सब्जियों में करेला, मेथी, सहजन , पालक, तुरई, शलगम, बैंगन, परवल, लौकी, मूली, फूलगोभी , ब्रोक्कोली , टमाटर , बंदगोभी , सोयाबीन की मंगौड़ी, जौ, बंगाली चना, काला चना, दालचीनी,  पत्तेदार सब्ज़ियां शामिल करें तथा इन सब्जियों से बने पतले सूपों का जितना चाहें उतना सेवन करें।
  • मधुमेह में फल- फलों में जामुन, नीबू , आंवला, टमाटर, पपीता , खरबूजा , कच्चा अमरुद, संतरा, मौसमी, ककड़ी ,चुकन्दर , मीठा नीम, बेल का फल, जायफल , नाशपाती को शामिल करें। आम ,पका केला ,सेब, खजूर तथा अंगूर में शुगर होता है, लेकिन क्योंकि फलों में फाइबर ज्यादा होता है इसलिए ये अच्छे शुगर की केटेगरी में आते है | जिनको हाई लेवल मधुमेह नहीं है वो इनको कम मात्रा में ले सकते है| इनका जूस बिल्कुल ना पियें क्योंकि उससे फाइबर निकल जाते है |

कुछ अन्य सलाह:-

  • मक्खन एवं पनीर के बजाय नमक के पानी में डिब्बाबंद मशरूम, सैल्मन फिश के साथ उबले आलू का उपयोग करें।
  • खाने से पहले एक कटोरी सलाद जरुर लें।
  • मधुमेह(डायबिटीज) में बादाम , लहसुन , प्याज, अंकुरित दाले , अंकुरित छिलके वाला चना , सत्तू, बाजरा आदि शामिल करें।
  • कमजोरी दूर करने के लिए हरा कच्चा नारियल, अखरोट, मूंगफली के दाने, काजू, सोयाबीन, मटन का सूप, दही, छाछ का सेवन करें।
  • इंसुलिन के बनने में क्रोमियम की कमी से रुकावट आती है। इसलिए इसकी कमी को पूरा करने के लिए फूलगोभी, मशरूम, चोकर सहित खड़े अनाज, खमीर, सूखे मेवे यानि ड्राई फ्रूट्स अधिक खाएं और दालचीनी सेवन करें।
  • फलों का ताज़ा जूस न पीए इसकी बजाय फल खाएं क्योकि उसमे ज्यादा फाइबर होता है।
  • मधुमेह से ग्रस्त रोगियों को अधिकतर ताजी, हरी सब्जियां खानी चाहिए । प्रत्येक भोजन के साथ सलाद जरुर लेना चाहिए । खाने में आधिक मात्रा में फल एवं सब्जियां लेने से शरीर में अधिक पानी पहुंचता है। पानी की भरपूर मात्रा गुर्दों एवं यूरिन उत्सर्जन तंत्र के लिए आवश्यक है ।
  • आहार प्रबंधन से अपने वज़न पर नियंत्रित रखें। एक संतुलित आहार का मुख्य गुण यह है कि उसमे भोजन की प्रकृति व्यक्ति विशेष की जरुरत के हिसाब से बदल जाती है।
  • भोजन एक बार में न कर थोड़ी-थोड़ी मात्रा में 4-5 बार करें।
  • चीनी रहित चाय, कॉफी, दूध का सेवन करें। मिठास के लिए शूगर फ्री गोलियां उपयोग में लें सकते है।
  • भोजन ठीक से चबा चबाकर खाएं, फ़ूड विशेषज्ञ इस बात की सलाह देते हैं कि , प्रत्येक खाने का ग्रास पंद्रह बार चबाया जाना चाहिए |
  • ख़ाली पेट न रहें और लिए जाने वाले भोजन की कुल मात्रा में कमी लाएं एवं नियमित रूप से व्यायाम करें।
  • यदि आप अपनी सीमा से ज़्यादा खा लेते हैं तो अगले समय के भोजन में थोडा कम खाए ।

इन उपायों को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।


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